Sweet Temperament AV1.34 Madhu Vidya
Whether it is in the
immediate family circle or wider circles in society replacing mutual distrust
with friendly sweet approach is always
the best behavior. To succeed in worldly
transactions one has to adopt a friendly posture in all situations to be able
to ‘sell’ his ideas. Dale Carnegie became the biggest influence in all
marketing and salesmanship strategies. Our Vedic tradition gives this a name of
Madhu Vidya- the Honey Doctrine .
सुखी और
सफल जीवन की भूमिका में मधुर आचरण का सदैव मुख्य स्थान रहा है. इन्द्र की सफलता के
रहस्य में मधु विद्या का इतना बड़ा महत्व था
कि वह ईर्ष्या वश यह कभी नहीं चाहता था कि साधारण जन को मधु विद्या का ज्ञान
प्राप्त हो. यह कथा बृहदारण्कोपनिषद मे विस्तार से मिलती है.
1.इयं
वीरुन्मधुजाता मधुना त्वा खनामसि ।
मधोरधि प्रजातासि सा नो मधुमतस्कृधि । ।AV1.34.1
ईख का पौधा मिठास लिए हुवे उत्पन्न होता है. मिठास के लिए
ही ईख को लगाते और लेते हैं. (जीवन में इसी प्रकार ) सब जन भी मिठास से परिपूर्ण हों.
Sweetness derives from Sugar Cane. Sugar Cane crops are dug up for sweets. Sugar
cane is born for providing sweetness. Likewise we may also be born with sweet
temperament and be full of sweetness.
2.जिह्वाया
अग्रे मधु मे जिह्वामूले मधूलकं ।
ममेदह क्रतावसो मम चित्तं उपायसि । । AV1.34.2
My tongue should be coated with honey, so that I never
use harsh language and always speak sweetly. I pray that I develop a sweet temperament and all my transactions should be
sweet.
मेरी जिह्वा के अग्रभाग पर मिठास हो,मेरी जिह्वा के मूल में भी
मिठास हो.मैं मृदु भाषी बनूं ( मैं कटु
शब्द न बोलूं ) मेरा चित्त और सब कर्म मधुरता पूर्ण हों .
3.मधुमन्मे
निक्रमणं मधुमन्मे परायणं ।
वाचा वदामि मधुमद्भूयासं मधुसंदृशः । । AV1.34.3
My salutations on entry and exit should be sweet. My entire behaviour
should be sweet.
सब से मिलने पर मधुरता पूर्ण अभिवादन हो, विदा लेते समय मधुरता
पूर्ण विदाइ हो, समस्त व्यवहार मधुरता के
शिष्ठाचार से पूरित हो.
4.मधोरस्मि
मधुतरो मदुघान्मधुमत्तरः ।
मां इत्किल त्वं वनाः शाखां मधुमतीं इव । । AV1.34.4
My presence should be sweeter than even honey. I should
be loved as company as honey is sought for its sweetness.
मेरा सानिद्य मधु के समान मीठा हो. मेरे मिठास से सब आकर्षित हों .
5.परि
त्वा परितत्नुनेक्षुणागां अविद्विषे ।
यथा मां कमिन्यसो यथा मन्नापगा असः । । AV1.34.5
I should be able to
remove the atmosphere of ill will / selfishness, negativity by my overbearing
sweet behavior like a
चारों ओर फैले हुए वैर , ईर्ष्या को मैं अपने स्वयं के मिठास भरे आचरण से स्वयं
फैलते हुए ईख के जंगल के समान घेर कर दूर कर दूं.
Excellent
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